लोगों की राय

मूल्य रहित पुस्तकें >> अमेरिकी यायावर

अमेरिकी यायावर

योगेश कुमार दानी

Download Book
प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :150
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9435

Like this Hindi book 4 पाठकों को प्रिय

230 पाठक हैं

उत्तर पूर्वी अमेरिका और कैनेडा की रोमांचक सड़क यात्रा की मनोहर कहानी


मैंने मेरी एन को धन्यवाद दिया और अपनी साइकिल उठाकर लैब की ओर चला गया। वहाँ एक बजे तक काम करने के बाद जब मैं कैफेटेरिया में भोजन कर रहा था तो मेरी मेज पर मेरा एक अन्य मित्र संजीव भी आ बैठा। संजीव बयाणा, मेरे भारत के एक पुराने मित्र दीपक बासोदिया के ही शहर से था। दीपक मेरे अमेरिका आने से पहले ही यहाँ से जा चुका था, क्योंकि वह कालेज से सीधे निकलते ही मास्टर्स करने यहाँ आ गया था। मैं इस बीच चार साल तक भारतीय इंडस्ट्री में काम करता रहा था। जब मैने संजीव को अपना घूमने का कार्यक्रम बताया तो वह बोला, “यदि तुम पठारों या छोटी पहाड़ियों में हाइकिंग पसंद करते हो तो न्यू जर्सी और पेंन्सेलवेनिया की सीमा पर रूट 80 के पास डेलावेयर गैप में हाइकिंग और कायकिंग की अच्छी जगह है। उस इलाके में शायद होटल भी सस्ते मिल जायें क्योंकि वह जगह न्यूयार्क से लगभग पचास-साठ मील दूर है।“
मैने संजीव से पूछा,  “वहाँ ट्रॅक्किंग और हाइकिंग का अनुभव कैसा रहा था?”  वह बोला, “मुझे तो वहाँ, बहुत आनन्द आया था।” मैंने अभी तक कभी भी हाइकिंग आदि का अनुभव नहीं किया था, कायकिंग (छोटी नाव) जिसमें कि एक ही सवार बैठता है और नाव स्वयं खेता है उसमें तो अवश्य ही रोमाञ्च होने वाला था। परंतु नाव और उसके लायक कपड़े, चप्पू आदि मिलाकर इन सभी चीजों के किराए का खर्चा मेरे अनुमान से अधिक हो सकता था। फिर मुझे यह भी नहीं मालूम था कि मेरी एन का इस बारे में क्या ख्याल है। एक और व्यक्ति के साथ मिलकर योजना बनाने में पैसे तो बच रहे थे, परंतु अब हर काम में दोनों लोगों की सहमति होना भी आवश्यक था। चलते-चलते मैंने यूँ ही संजीव से पूछा, “तुम वहाँ पर किस होटल में रुके थे?“ संजीव ने कहा, “मैं तो अपने एक मित्र के अपार्टमेंट में न्यू जर्सी में रुका था,  परंतु उसके घर के पास ही रूट 46 पर हालीडे इन और डेज इन आदि होटल थे। वे दोनों ही ठीक-ठाक किस्म के होटल थे।“
मैने संजीव की बात सुनकर सहमति में सिर हिलाया फिर वहाँ से निकल पड़ा। घूमने अथवा यात्रा के समय किसी मित्र के घर रुकने से पैसे तो बच जाते हैं, पर समय बहुत बर्बाद होता है। इसलिए जहाँ तक संभव हो, मैं भ्रमण और मित्र मंडली को अलग-अलग रखना ही पसंद करता हूँ। मेरी जानकारी में ऐसा कोई मित्र नहीं था जिसके पास मैं रुक सकता, इसलिए इस विषय पर सोचने से कोई लाभ नहीं होने वाला था। संजीव के बताए अनुसार मैंने जब गूगल मैप्स पर देखा तो पाया कि हालीडे इन तो उसके बताए इलाके में 159 डॉलर का था पर वहीं पास ही एक मारियॉट के फेयरफील्ड इन में 89 डॉलर में दो बैड वाला कमरा मिल रहा था। पिछली दो बार की मुलाकातों में हर बार मैं मेरी एन से उसका फोन नंबर लेना भूल गया था और इसके कारण अब मुझे अपने आप पर कोफ्त हो रही थी। मैने पुनः फेश बुक पर उसे संदेश दिया, परंतु इस बार मैने उसे न्यू जर्सी में ट्रॅक्किग और हाइकिंग तथा वहाँ पर मिलने वाले होटल के बारे में भी बता दिया। साथ ही उससे अपना फोन नं भी भेजने के लिए कहा।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

लोगों की राय

Narendra Patidar

सड़क यात्रा में प्रेम - फूस और चिंगारी

Anshu  Raj

Interesting book

Sanjay Singh

america ke baare mein achchi jankari

Nupur Masih

Nice road trip in America

Narayan Singh

how much scholarship in American University

Anju Yadav

मनोरंजक कहानी। पढ़ने में मजा आया

MANOJ ANDERIYA

Is it easy make girl friends in America

Abhishek Sharma

where i get full story of this book

Shivam  Soni

मस्त कहानी

SUNIL PANDEY

where to find full book

Sanjay Nagpal

Very good romantic novel

Gd Mehra

Thank you giving this book for free