शब्द का अर्थ
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आरण :
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पुं० अरण्य। (जंगल)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आरणि :
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पुं० [सं० आ√ऋ (गति)+अनि] १. आवर्त्त। भँवर। स्त्री० [सं० आर-लोह] लोहे का घन। उदाहरण—रूकमइयों पेखि तपत आरणि रणि।—प्रिथीराज।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आरण्य :
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वि० [सं० अरण्य+ण] अरण्य या वन से संबंध रखने या उसमें होनेवाला। जंगली। |
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समानार्थी शब्द-
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आरण्यक :
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वि० [सं० अरण्य+वुञ्-अक] १. अरण्य या वन से संबंध रखनेवाला। २. वन में उत्पन्न या वन में रहनेवाला। जंगली। वन्य। पुं० १. वन का निवासी। २. वेदों का वह अंश या भाग जिसमें वानप्रस्थ आश्रम से संबंध रखनेवाली बातों का विवेचन होता है, और जिनका अध्ययन-अध्यापन वनों में ही होता था। |
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समानार्थी शब्द-
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