शब्द का अर्थ
|
घड़ :
|
स्त्री० [सं० घट्ट] सेना। (राज०) उदाहरण– दाटक अवड़ दंड नह दीधो, दोयण घड़ सिर दाव दियो।–दुरसाजी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) स्त्री०=घटा। (राज०)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़घड़ :
|
स्त्री० [अनु०] किसी प्रकार का उत्पन्न होनेवाला घड़घड़ शब्द। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़घड़ाना :
|
अ० [अनु०] गड़गड़ या घड़घड़ शब्द होना। गड़गड़ाना। जैसे–गाड़ी या बादलों का घड़घड़ाना। स० घड़घड़ शब्द उत्पन्न करना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़घड़ाहट :
|
स्त्री० [अनु० घड़घड़] घड़घड़ होने की ध्वनि या भाव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़त :
|
स्त्री० दे० ‘गढ़त’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़न :
|
स्त्री० [सं० घटन] घड़ने या गढ़ने की क्रिया, प्रकार या भाव। गढ़न। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़नई :
|
स्त्री० [हिं० घड़ा+नैया (नाव)] घडों में बाँस बाँधकर बनाया हुआ वह ढाँचा जिस पर चढ़कर लोग छोटी-छोटी नदियां, नाले पार करते हैं। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ना :
|
स० दे० ‘गढ़ना’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़नैल :
|
स्त्री० दे० ‘घड़नई’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ा :
|
पुं० [सं० घट, पा० घटो, प्रा० घड़ग, गड़, बँ० घरा० सिं० घरो, गुं० घड़ो, मरा० घड़ा] १. धातु,मिट्टी आदि का बना हुआ एक प्रसिद्ध गोलाकार पात्र जो प्रायः पानी भरने या अनाज आदि रखने के काम आता है। कलसा। गगरा। मुहावरा–(किसी पर) घड़ों पानी पड़न=अपनी त्रुटि या भूल सिद्ध होने पर दूसरों के सम्मुख लज्जित होना। पद–चिकना घड़ा=ऐसा व्यक्ति जो दूसरों द्वारा लज्जित किये जाने पर भी संकुचित न होता हो। बहुत बड़ा निर्लज्ज। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ाई :
|
स्त्री० दे० ‘गढ़ाई’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ाना :
|
स० दे० ‘गढ़ाना’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ामोड़ा :
|
वि० [हिं० गढ़+मोड़ना] शूर-वीर। (डिं०)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़िया :
|
स्त्री० [सं० घटिका, हिं० घड़ी] १. छोटी घड़ी, कलसी या गगरी। २. मिट्टी के छोटे वे बरतन जो रहट में बाँधे जाते हैं। ३. गर्भाशय। बच्चेदानी। ४. शहद का छत्ता। ५. मिट्टी का वह छोटा प्याला जिसमें आँच देने से उसमें धातु की मैल कटकर ऊपर आ जाती है। (सुनार)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ियाल :
|
पुं० [सं० घटिकालि, प्रा० घड़ियालि=घंटों का समूह] वह बड़ा घंटा जो पूजा में या समय की सूचना के लिए बजाया जाता है। पुं० [सं० ग्राह ?] छिपकली की जाति का, परंतु उससे बहुत बड़ा, भीषण तथा हिंसक एक प्रसिद्ध जलजंतु जिसकी त्वचा कँटीली होती है और मुँह बहुत अधिक लंबा होता है। ग्राह। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ियाली :
|
पुं० [हिं० घड़ियाल] समय की सूचना देने के लिए घड़ियाल बजानेवाला व्यक्ति। स्त्री० एक प्रकार का छोटा घड़ियाल या घंटा जो प्रायः देव-पूजन के समय बजाया जाता है। विजय-घंट। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ी :
|
स्त्री० [सं० घटी] १. काल का एक प्राचीन मान जो दिन-रात का ३२ वाँ भाग और ६॰ पलों का होता है। आज-कल के हिसाब से यह २४ मिनट का समय होता है। पद-घड़ी-घड़ी=रह-रहकर थोड़ी देर पर। बार-बार। घड़ी पहर=थोड़ी देर। उदाहरण–घड़ी पहर बिलबौरे भाई जरता है।–कबीर। मुहावरा–घड़ी या घडियां गिनना= (क) बहुत उत्सुकतापूर्वक और समय पर ध्यान रखते हुए किसी बात की प्रतीक्षा करना। (ख) मरने के निकट होना। (किसी का) घड़ी सायत पर होना=ऐसी स्थिति में होना कि थोड़ी देर में प्राण निकल जायँगे। मरणासन्न अवस्था। २. किसी काम या बात के घटित होने का अवसर या समय। जैसे–जब इस काम की घड़ी आवेगी तब यह आप ही हो जायगा। मुहावरा–घड़ी देना=ज्योतिषी का मुर्हुत या सायत बतलाना। ३. आज-कल, वह प्रसिद्ध छोटा या बड़ा यंत्र जो नियमित रूप से घंटा, मिनट आदि अर्थात् समय का ठीक मान बतलाता है। यह यंत्र कई प्रकार का होता है। जैसे–जेब घड़ी, दीवार, घडी, धूप घड़ी आदि। ४. पानी रखने का छोटा घड़ा। पद-घड़ी-दीया (देखें)। स्त्री० [हिं० घड़ना] कपड़ों आदि की लगाई जानेवाली तह। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ी-दीया :
|
पुं० [हिं० घड़ी+दीया=दीपक] हिन्दुओँ में, कर्मकांड का एक कृत्य जो किसी के मरने पर १॰, १२, या १३. दिनों तक चलता है। इसमें एक छेददार घड़े में जल भरकर उसे चूने या टपकने के लिए कहीं रख दिया जाता है और उसके पास एक दीया रखा जाता है जो रात-दिन जलता रहता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ीसाज :
|
पुं० [हिं० घड़ी+फा० साज] घड़ियों की मरम्मत करनेवाला कारीगर। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ीसाजी :
|
स्त्री० [हिं० घड़ी+फा० साजी] घड़ी (यंत्र) की मरम्मत करने का काम। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ोला :
|
पुं० [हिं० घड़ा+ओला(प्रत्यय)] छोटे आकार का घड़ा। छोटा घड़ा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घड़ौंची :
|
स्त्री० [हिं० घड़ा+औंची (प्रत्यय)] लकड़ी की बनी हुई वह चौकी या चौखटा जिस पर पानी से भरे हुए घड़े रखे जाते हैं। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |