शब्द का अर्थ
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ठठेरा :
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पुं० [अनु० ठन-ठन] [स्त्री० ठठेरिन, ठठेरी] १. वह कारीगर जो ताँबे, पीतल आदि के बरतन बनाता हो। २. उक्त प्रकार के बरतन बेचनेवाला दूकानदार।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पद–ठठरे-ठठेरे बदलाई=ऐसे दो आदमियों के बीच का व्यवहार जो चालाकी, धूर्त्तता, बल आदि में एक दूसरे से कम न हों। ठठेरे की बिल्ली=ऐसा व्यक्ति जो कोई अरुचिकर या विकट काम देखते-देखते या सुनते-सुनते उसका अभ्यस्त हो गया हो। ३. एक प्रकार की चिड़िया जिसके बोलने पर ऐसा जान पड़ता है कि कोई ठठेरा ताँबा या पीतल पीटकर उसके बरतन बना रहा है। पुं० [हिं० ठाँठ] ज्वार, बाजरे आदि का डंठल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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