शब्द का अर्थ
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दुवा :
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पुं०=दूआ (दुक्की)। स्त्री०=दुआ (प्रार्थना)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
दुवाज :
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पुं० [?] एक प्रकार का घोड़ा। |
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दुवाद :
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वि०=द्वादश। |
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दुवाद बानी :
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वि० [सं० द्वादश=सूर्य+वर्ण] स्वर्ण जो सूर्य के समान दमकता हुआ हो अर्थात् बिलकुल खरा। बारहबानी (सोना)। |
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दुवादसी :
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स्त्री०=द्वादशी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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दुवार :
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पुं०=द्वार।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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दुवारिका :
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स्त्री०=द्वारका।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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दुवाल :
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स्त्री० [फा०] १. चमड़े का तसमा। २. रकाब का तसमा। |
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दुवालबंद :
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पुं० [फा०] १. चमड़े का चौड़ा तसमा जो कमर आदि में लपेटा जाय। चपरास या पेटी का तसमा। २. वह जो पेटी बाँधता हो अर्थात् सिपाही। |
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दुवाली :
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स्त्री० [देश०] रंगे या छपे हुए कपड़ों पर चमक लाने के लिए घोंटने का बेलन। घोंटा। २. वह परतला जिसमें तलवार या बन्दूक लटकाई जाती है। |
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दुवालीबंद :
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पुं० [फा०] परतला आदि लगाये हुए तैयार सिपाही। |
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