शब्द का अर्थ
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पाँय :
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पुं०=पाँव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाँयचा :
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पुं० [फा०] १. पाखानों आदि में बना हुआ पैर रखने के वे ईटें या पत्थर जिन पर पैर रखकर शौच से निवृत्त होने के लिए बैठते हैं। २. पाजामें की मोहरी का वह अंश जो घुटनों के नीचे तक रहता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाँयता :
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पुं०=पैंताना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाँयजेहरि :
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स्त्री० [हिं० पाँय+जेहरी] पायजेब। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाँय :
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पुं०=पाँव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाँयचा :
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पुं० [फा०] १. पाखानों आदि में बना हुआ पैर रखने के वे ईटें या पत्थर जिन पर पैर रखकर शौच से निवृत्त होने के लिए बैठते हैं। २. पाजामें की मोहरी का वह अंश जो घुटनों के नीचे तक रहता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाँयता :
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पुं०=पैंताना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाँयजेहरि :
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स्त्री० [हिं० पाँय+जेहरी] पायजेब। |
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समानार्थी शब्द-
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