शब्द का अर्थ
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पाटन :
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पुं० [सं०√पट्+णिच्+ल्युट्—अन] चीरने-फाड़ने अथवा तोड़ने-फोड़ने की क्रिया या भाव। स्त्री० [हिं० पाटना] १. पाटने की क्रिया या भाव। पटाव। २. वह छत दीवारों को पाटकर बनाई गई हो। ३. घर के ऊपर का दूसरा खंड या मंजिल। ४. साँप का जहर झाड़ने का एक प्रकार का मंत्र। पुं० [सं० पत्तन] नगर या बस्ती के नाम के अंत में लगनेवाली ‘पत्तन’ सूचक संज्ञा। जैसे—झालरापाटन। स्त्री० [अं० पैटर्न] पुस्तक की जिल्द के रूप में बँधी हुई वे दफ्तियाँ जिन पर ग्राहकों या व्यापारियों को दिखाने के लिए कपड़ों आदि के नमूने के टुकड़े चिपकाये रहते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाटना :
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स० [सं० पाट] १. खाई, गड्ढे आदि में इतना भराव भरना जिससे वह आस-पास की जमीन के बराबर और समतल हो जाय। २. कमरे के संबंध मे उसकी चारों ओर की दीवारों के ऊपरी भाग के खुले अवकाश को बंद करने के लिए उस पर छत या पाटन बनाना। ३. लाक्षणिक अर्थ में, किसी स्थान पर किसी चीज की बहुतायत या भरमार करना। जैसे—माल से बाजार पाटना। ४. लाक्षणिक रूप में, (क) ऋण आदि चुकाना, (ख) पारस्पिक दूरी, मत-भेद, विरोध आदि का अंत या समाप्ति करना। ५. दे० ‘पटाना’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाटनि :
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स्त्री० [सं० पट्ट] १. सिर के बालों की पट्टी। २. दे० ‘पाटना’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाटनीय :
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वि० [सं०√पट्+णिच्+अनीयर्] चीरे-फाड़े या तोड़े-फोड़े जाने के योग्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाटन :
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पुं० [सं०√पट्+णिच्+ल्युट्—अन] चीरने-फाड़ने अथवा तोड़ने-फोड़ने की क्रिया या भाव। स्त्री० [हिं० पाटना] १. पाटने की क्रिया या भाव। पटाव। २. वह छत दीवारों को पाटकर बनाई गई हो। ३. घर के ऊपर का दूसरा खंड या मंजिल। ४. साँप का जहर झाड़ने का एक प्रकार का मंत्र। पुं० [सं० पत्तन] नगर या बस्ती के नाम के अंत में लगनेवाली ‘पत्तन’ सूचक संज्ञा। जैसे—झालरापाटन। स्त्री० [अं० पैटर्न] पुस्तक की जिल्द के रूप में बँधी हुई वे दफ्तियाँ जिन पर ग्राहकों या व्यापारियों को दिखाने के लिए कपड़ों आदि के नमूने के टुकड़े चिपकाये रहते हैं। |
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पाटना :
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स० [सं० पाट] १. खाई, गड्ढे आदि में इतना भराव भरना जिससे वह आस-पास की जमीन के बराबर और समतल हो जाय। २. कमरे के संबंध मे उसकी चारों ओर की दीवारों के ऊपरी भाग के खुले अवकाश को बंद करने के लिए उस पर छत या पाटन बनाना। ३. लाक्षणिक अर्थ में, किसी स्थान पर किसी चीज की बहुतायत या भरमार करना। जैसे—माल से बाजार पाटना। ४. लाक्षणिक रूप में, (क) ऋण आदि चुकाना, (ख) पारस्पिक दूरी, मत-भेद, विरोध आदि का अंत या समाप्ति करना। ५. दे० ‘पटाना’। |
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पाटनि :
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स्त्री० [सं० पट्ट] १. सिर के बालों की पट्टी। २. दे० ‘पाटना’। |
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समानार्थी शब्द-
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पाटनीय :
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वि० [सं०√पट्+णिच्+अनीयर्] चीरे-फाड़े या तोड़े-फोड़े जाने के योग्य। |
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