शब्द का अर्थ
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पिलपिला :
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वि० [अनु०] [भाव० पिलपिलापन, स्त्री० पिलपिली] (पदार्थ) जो इतना अधिक कोमल हो कि हल्का स्पर्श करने मात्र से उसका रस या गूदा बाहर निकलने लगे। जैसे—पिलपिला आम, पिलपिला फोड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिलपिलाना :
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अ० [हिं० पिलपिला] पिलपिला होना। क्रि० प्र०—जाना। स० इस प्रकार किसी चीज को बार-बार हल्के हाथ से दबाना कि उसका गूदा रस में परिवर्तित होकर बाहर निकलने लगे। संयो० क्रि०—डालना।—देना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिलपिलाहट :
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स्त्री० [हिं० पिलपिला] पिलपिले होने की अवस्था या भाव। पिलपिलापन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिलपिला :
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वि० [अनु०] [भाव० पिलपिलापन, स्त्री० पिलपिली] (पदार्थ) जो इतना अधिक कोमल हो कि हल्का स्पर्श करने मात्र से उसका रस या गूदा बाहर निकलने लगे। जैसे—पिलपिला आम, पिलपिला फोड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिलपिलाना :
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अ० [हिं० पिलपिला] पिलपिला होना। क्रि० प्र०—जाना। स० इस प्रकार किसी चीज को बार-बार हल्के हाथ से दबाना कि उसका गूदा रस में परिवर्तित होकर बाहर निकलने लगे। संयो० क्रि०—डालना।—देना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिलपिलाहट :
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स्त्री० [हिं० पिलपिला] पिलपिले होने की अवस्था या भाव। पिलपिलापन। |
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समानार्थी शब्द-
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