शब्द का अर्थ
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यौगंधर :
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पुं० [सं० युगंधर+घञ्] अस्त्रों को विषाक्त करने का एक प्रकार का अस्त्र। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
यौगंधरायण :
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पुं० [सं० युगन्धर+फक्-आयन] १. वह जो युगंधर के गोत्र से उत्पन्न हुआ हो। २. उद्यन का एक मन्त्री। |
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यौग :
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पुं० [सं० योग+अण्] योग-दर्शन का अनुयायी। वि० योग-संबंधी। योग का। |
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यौगक :
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वि० [सं० योग+कन्] योग-संबंधी। योग का। |
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यौगिक :
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वि० [सं० योग+ठञ्-इक] १. योग अर्थात् जोड़ से संबंध रखनेवाला। २. योग अथवा जोड़ के रुप में अथवा योग के फलस्वरूप होनेवाला। जैसे—यौगिक पद। पुं० १. व्याकरण में प्रकृति और प्रत्यय से बना हुआ शब्द। २. दो शब्दों के योग या मेल से बना हुआ पद। ३. छन्दशास्त्र में, अट्ठाइस मात्राओं वाले छंदों की संज्ञा। |
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