शब्द का अर्थ
|
उपहसित :
|
पुं० [सं० उप√हस् (हँसना)+क्त] साहित्य में हास्य का वह प्रकार जिसमें आदमी सिर हिलाते हुए, आँखे टेढ़ी करके, नाक फुला कर तथा कन्धे सिकोड़ कर हँसता है। (हास के छः भेदों में से एक है)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपहसित :
|
पुं० [सं० उप√हस् (हँसना)+क्त] साहित्य में हास्य का वह प्रकार जिसमें आदमी सिर हिलाते हुए, आँखे टेढ़ी करके, नाक फुला कर तथा कन्धे सिकोड़ कर हँसता है। (हास के छः भेदों में से एक है)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|