शब्द का अर्थ
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घटा :
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स्त्री० [सं०√घट्+अङ्-टाप्] १. आकाश में उमडे़ या छाये हुए घने बादलों की राशि या समूह। मेघवाला। २. ढेर। राशि। ३. झुंड। समूह। ४. गोष्ठी। ५. एक प्रकार का ढोल। |
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समानार्थी शब्द-
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घटाई :
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स्त्री० [हिं० घटना+ई(प्रत्य०)] १. घटने या घटाने की क्रिया, भाव या पारिश्रमिक। २. घटे हुए अर्थात् हीन होने की अवस्था या भाव। हीनता। ३. अप्रतिष्ठा। बेइज्जती। |
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घटाकाश :
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पुं० [घट-आकाश, मध्य० स०] तर्क या न्याय में घड़े के अन्दर का अवकाश अर्थात् खाली स्थान। |
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घटाग्र :
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पुं० [घट-अग्र,ष० त०] वास्तु शास्त्र में खंभे के नौ विभागों में से आठवाँ विभाग। |
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घटा-टोप :
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पुं० [सं० घटा-आटोप,तृ० त०] १. घने बादलों की गहरी और चारों ओर छाई हुई घटा जिससे प्रायः बहुत अधेरा हो जाता है। २. चारों ओर से ढकने के लिए गाड़ी, पालकी आदि के ऊपर डाला जानेवाला ओहार। ३. चारों ओर से खूब घेरनेवाला दल या समूह। वि० चारों ओर से पूरी तरह से घिरा हुआ। उदाहरण–घटाटोप करि चहुँदिसि घेरी।–तुलसी। |
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घटा-धूम :
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स्त्री० [हिं० घटा+धूम] किसी काम या बात की अधिकता के कारण मचनेवाली धूम या हलचल। जैसे–सप्ताह के प्रारंभ में व्यापार कुछ ढीला था, बाद को घटा-धूम के कारण बाजार सँभल गया। |
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घटाना :
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स० [हिं० घटना (प्रा०घट्ट] १. हिन्दी ‘घटना’ क्रिया का स० रूप। २. उच्च स्तर से निम्न स्तर पर लाना। जैसे–मान घटाना। ३. मात्रा, मान, मूल्य आदि में कमी करना। कम करना। कम करना। जैसे–दाम घटाना। ४. गणित में, किसी बड़ी राशि में से छोटी राशि निकालना। स० [हिं० घटना(सं० घटन)] १. घटित करना। २. किसी एक बात के तथ्य या तथ्यों का दूसरी बात पर पूरा उतारना या आरोपित करना। |
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घटाव :
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पुं० [हिं० घटना] १. घटने अर्थात् कम होने की अवस्था या भाव। कमी। २. मात्रा, मान, आदि घटने अर्थात् उतरने या कम होने की अवस्था या भाव। ‘चढ़ाव’ या ‘बढ़ाव’ का विपर्याय। उतार। ३. अवनति। पद-घटाव-चढ़ाव=कभी घटने और कभी बढ़ने की अवस्था, क्रिया या भाव। ४. दे० ‘घटती’। |
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घटावना :
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स०=घटाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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