शब्द का अर्थ
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टकोर :
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स्त्री० [सं० टंकार] १. धनुष की डोरी खींचने से होनेवाला शब्द। टंकार। २. नगाड़े पर होनेवाला आघात। ३. आघात। ठेस। क्रि० प्र०–देना।–लगाना। ४. शरीर के किसी विकारग्रस्त विशेषतः सूजे हुए अंग पर दवा की पोटली को बार-बार गरम करके उससे किया जानेवाला हलका सेंक। ५. खट्टी या चरपरी चीजें खाने से दाँतों या मसूढ़ों में होनेवाली चुनचुनी या टीस। ६. लाक्षणिक अर्थ में, ऐसी बात जिससे दुःखी व्यक्ति और अधिक दुःखी होता हो। (पश्चिम) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
टकोरना :
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स० [हिं० टकोर] १. टकोर या हलका सेंक करना। २. हलका आघात लगाना। जैसे–डंका बजाने के लिए उसे टकोरना। ३. ठेस लगाना ४. ऐसी बात जिससे दुःखी व्यक्ति और अधिक दुःखी हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
टकोरा :
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पुं० [सं० टंकार] १. डंके की चोट। २. आघात। ठेस। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
टकोरी :
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स्त्री० [सं० टंकार] हलकी चोट या आघात।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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