शब्द का अर्थ
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टग :
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स्त्री=टकटकी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
टगटगाना :
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स०=टकटकाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
टगण :
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पुं० [सं० मध्य० स०] साहित्य शास्त्र में, छः मात्राओं के गणों की सामूहिक संज्ञा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
टगर :
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पुं० [अनु०] १. टंकण। सोहागा। २. भोग-विलास के लिए की जानेवाली क्रीड़ा। ३. तगर का वृक्ष। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
टगरगोड़ा :
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पुं० [?] कौड़ियों से खेला जानेवाला एक खेल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
टगरना :
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अ० १=टघरना (पिघलना) २.=खिसकना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
टगरा :
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वि० [सं० टेरक] ऐंटा-ताना। भेंगा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |