शब्द का अर्थ
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दीपांकुर :
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पुं० [दीप-अंकुर, ष० त०] दीए की लौ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
दीपा :
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वि० [?] १. मंद। धीमा। २. फीका। |
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दीपाग्नि :
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पुं० [दीप-अग्नि, ष० त०] १. दीये की लौ। २. उक्त की आँच या ताप। |
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दीपाधार :
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पुं० [दीप-आधार, ष० त०] वह आधार या स्तंभ जिस पर रखकर दीये जलाये जायँ। दीयट। |
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दीपान्विता :
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स्त्री० [दीप-अन्विता, तृ० त०] कार्तिक मास की अमावास्या। दीवाली की रात। |
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दीपाराधन :
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पुं० [दीप-आराधन, ष० त०] दीप जलाकर तथा उन्हें किसी के सम्मुख घुमाते हुए आराधन करना। आरती करना। |
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दीपालि, दीपाली :
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स्त्री० [सं० ष० त०] १. दीपमाला। २. दीपावली। दीवाली। |
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दीपावती :
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स्त्री० [सं० दीप+मतुप्—ङीष् (दीर्घ)] एक रागिनी जो दीपक और सरस्वती रागों के योग से बनी है। |
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दीपावली :
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स्त्री० [दीप-आवली, ष० त०] १. दीप-श्रेणी। दीयों की पंक्ति। २. दीवाली। |
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