शब्द का अर्थ
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पालिंद :
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पुं० [सं० पालिंद+अण्] कुंदुरू नामक गंध-द्रव्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालिंदी :
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स्त्री० [सं० पालिंद+ङीष्] १. श्यामा लता। २. त्रिवृता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालि :
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स्त्री० [सं०√पल् (रक्षा करना)+इण्] १. कान के नीचे लटकनेवाला कोमल मांस-खंड जिसमें छेद करके बालियाँ आदि पहनी जाती हैं। कान की लौ। २. किसी चीज का किनारा या कोना। ३. कतार। पंक्ति। श्रेणी। ४. सीमा। हद। ५. पुल। सेतु। ६. बाँध। मेंड़। ७. घेरा। परिधि। ८. अंक। क्रोड। गोद। ९. अंडाकार तालाब या सरोवर। १॰. वह भोजन जो परदेशी विद्यार्थी को गुरुकुल से मिलता था। ११. ऐसी स्त्री जिसकी ठोढ़ी पर बाल तथा मूछें हों। १२. चिह्न। निशान। १३. जूँ नाम का कीड़ा। १४. एक तौल जो एक प्रस्थ के बराबर होती थी। १५. दे० ‘पाली’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालिक :
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पुं० [सं० पल्यंक] १. पलंग। २. पालकी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालिका :
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स्त्री० [सं० पालक+टाप्, इत्व] १. पालन करनेवाली। २. समस्तपदों के अंत में, वह जो पालन-पोषण तथा सुरक्षा का पूरा प्रबंध करती हो। जैसे—नगर पालिका, महानगर पालिका। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालित :
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वि० [सं०√पाल्+णिच्+क्त] [स्त्री० पालिता] जिसे पाला गया हो। पाला हुआ। पुं० सिहोर का पेड़। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालित्य :
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पुं० [सं० पलित+ष्यञ्] वृद्धावस्था में बालों का कुछ पीलापन लिये सफेद होना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालिधी :
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स्त्री० [सं०] फरहद का पेड़। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालिनी :
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वि० स्त्री० [सं०√पाल्+णिनि+ङीप्] जो दूसरों को पालती हो। दूसरों का भरण-पोषण करनेवाली। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालिश :
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स्त्री० [अं०] १. वह लेप या रोगन जो किसी चीज को चमकाने के लिए उस पर लगाया जाता है। क्रि० प्र०—करना।—चढ़ाना। २. उक्त प्रकार के लेप से होनेवाली चमक। ओप। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालिसी :
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स्त्री० [अं०] १. नयी रीति। २. बीमा-संबंधी वह प्रतिज्ञापत्र जो बीमा करनेवाली संस्था की ओर से अपना बीमा करानेवाले को मिलता है। |
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समानार्थी शब्द-
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पालिंद :
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पुं० [सं० पालिंद+अण्] कुंदुरू नामक गंध-द्रव्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालिंदी :
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स्त्री० [सं० पालिंद+ङीष्] १. श्यामा लता। २. त्रिवृता। |
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समानार्थी शब्द-
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पालि :
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स्त्री० [सं०√पल् (रक्षा करना)+इण्] १. कान के नीचे लटकनेवाला कोमल मांस-खंड जिसमें छेद करके बालियाँ आदि पहनी जाती हैं। कान की लौ। २. किसी चीज का किनारा या कोना। ३. कतार। पंक्ति। श्रेणी। ४. सीमा। हद। ५. पुल। सेतु। ६. बाँध। मेंड़। ७. घेरा। परिधि। ८. अंक। क्रोड। गोद। ९. अंडाकार तालाब या सरोवर। १॰. वह भोजन जो परदेशी विद्यार्थी को गुरुकुल से मिलता था। ११. ऐसी स्त्री जिसकी ठोढ़ी पर बाल तथा मूछें हों। १२. चिह्न। निशान। १३. जूँ नाम का कीड़ा। १४. एक तौल जो एक प्रस्थ के बराबर होती थी। १५. दे० ‘पाली’। |
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समानार्थी शब्द-
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पालिक :
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पुं० [सं० पल्यंक] १. पलंग। २. पालकी। |
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समानार्थी शब्द-
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पालिका :
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स्त्री० [सं० पालक+टाप्, इत्व] १. पालन करनेवाली। २. समस्तपदों के अंत में, वह जो पालन-पोषण तथा सुरक्षा का पूरा प्रबंध करती हो। जैसे—नगर पालिका, महानगर पालिका। |
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पालित :
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वि० [सं०√पाल्+णिच्+क्त] [स्त्री० पालिता] जिसे पाला गया हो। पाला हुआ। पुं० सिहोर का पेड़। |
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समानार्थी शब्द-
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पालित्य :
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पुं० [सं० पलित+ष्यञ्] वृद्धावस्था में बालों का कुछ पीलापन लिये सफेद होना। |
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समानार्थी शब्द-
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पालिधी :
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स्त्री० [सं०] फरहद का पेड़। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालिनी :
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वि० स्त्री० [सं०√पाल्+णिनि+ङीप्] जो दूसरों को पालती हो। दूसरों का भरण-पोषण करनेवाली। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पालिश :
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स्त्री० [अं०] १. वह लेप या रोगन जो किसी चीज को चमकाने के लिए उस पर लगाया जाता है। क्रि० प्र०—करना।—चढ़ाना। २. उक्त प्रकार के लेप से होनेवाली चमक। ओप। |
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समानार्थी शब्द-
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पालिसी :
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स्त्री० [अं०] १. नयी रीति। २. बीमा-संबंधी वह प्रतिज्ञापत्र जो बीमा करनेवाली संस्था की ओर से अपना बीमा करानेवाले को मिलता है। |
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समानार्थी शब्द-
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