शब्द का अर्थ
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पोटा :
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पुं० [सं० पुट=थैली] [स्त्री० अल्पा० पोटी] १. पेट की थैली। उदराशय। जैसे—चिड़िया या बकरी का पोटा। मुहा०—पोटा तर होना=पास में धन-संपत्ति होने से प्रसन्नता और निश्चिंतता होना। २. हृदय में होनेवाला उत्साह, बल और साहस। जैसे—किसका पोटा है जो तुम्हारे सामने आकर खड़ा हो। ३. समाई। सामर्थ्य। जैसे—जितना जिसका पोटा होगा उतना ही वह खरच करेगा। ४. आँख की पलक। ५. उँगली का अगला भाग या सिरा। ६. चिड़िया का वह छोटा बच्चा जिसके अभी पर न निकले हों। ७. नाक का मल। सींड। क्रि० प्र०—हना। स्त्री० [सं०√पुट्+अच्+टाप्] १. वह स्त्री जिसमें पुरुषों के से लक्षण हों। जैसे—दाढ़ी या मूँछ के स्थान पर बाल। २. दासी। सेविका। पुं० घड़ियाल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पोटास :
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पुं० [अं०] एक प्रकार का क्षार जो वनस्पतियों और लकड़ियों की राख, कई प्रकार के खनिज पदार्थों और कल-कारखानों की कोई तरह की फालतू चीजों में से निकलना और खाद, साबुन आदि बनाने के काम आता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |