शब्द का अर्थ
|
महरा :
|
पुं० [हिं० महता] [स्त्री० महरी] १. कहार। २. मुखिया। सरदार। ३. पूज्य या श्रेष्ठ व्यक्ति। वि० १. प्रधान। मुख्य। २. पूज्य या श्रेष्ठ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
महराई :
|
स्त्री० [हिं० महर+आई (प्रत्यय)] १. महर होने की अवस्था या भाव। २. प्रधानता। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
महराज :
|
पुं० =महाराज। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
महराजा :
|
पुं० =महाराज। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
महराण :
|
पुं० [सं० महार्णव] समुद्र। (डिं०) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
महराना :
|
पुं० [हिं० महर+आना (प्रत्यय)] महरों के रहने की जगह, महल्ला या गाँव। पुं० =महाराणा। अ०=मेहराना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
महराब :
|
स्त्री०=मेहराब। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |