पुं० [स० त०] १. दे० ‘मानगृह’। २. वह स्थान, जिसमें ग्रहों आदि का वेध करने के यंत्र तथा सामग्री हों। वेधशाला। विशेष—जयपुर के महाराज मानसिंह ने काशी, दिल्ली, उज्जैन आदि में अपने नाम पर कुछ वेधशालाएँ बनवायी थी, उन्हीं के आधार पर अब वेधसाला मात्र को मान-मंदिर कहने लगे हैं।