शब्द का अर्थ
|
मुलाँ :
|
पुं० =मुल्ला। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुला :
|
अव्य०=मुल। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुलाकात :
|
स्त्री० [अ० मुलाक़ात] १. दो व्यक्तियों में होनेवाला साक्षात्कार। भेंट। २. जान-पहचान की अवस्था। ३. मैथुन। संभोग रति-क्रीड़ा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुलाकाती :
|
वि० [अ० मुलाक़ाती] १. व्यक्ति जिससे मुलाकात अर्थात् भेंट प्रायः या नित्य होती रहती हो। २. जान-पहचानी। परिचित। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुलाजमत :
|
स्त्री० [अ० मुलाज़मत] १. मुलजिम होने अर्थात् किसी की सेवा में रहने या होने का भाव। २. नौकरी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुलाज़िमत :
|
स्त्री०=मुलाज़मत। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुलाम :
|
वि०=मुलायम। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुलायम :
|
वि० [अ० मुलाइम] १. (पदार्थ) जिसका तल इतना कोमल और चिकना हो कि दबाने से सहज में दब जाय। जो कड़ा और खुरदरा या रूखा न हो। कोमल। ‘कड़ा’ और ‘सख्त’ का विपर्याय। २. नाजुक। सुकुमार। ३. जिमसें किसी प्रकार की कठोरता, कर्कशता या तीव्रता न हो। जैसे—मुलायम स्वभाव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुलायम-रोआँ :
|
पुं० [हिं० मुलायम+रोआँ] भेड़, बकरी आदि का सफेद और लाल रोआँ जो मुलायम होता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुलायमियत :
|
स्त्री० [हिं० मुलायम] मुलायम होने का भाव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुलाहज़ा :
|
पुं० [अ० मुलाहज़ः] १. देख-भाल। निरीक्षण। जैसे—जरा मुलाहजा कीजिए, इसमें कितनी चमक है। २. ऐसा शील या संकोच जो किसी के सामने कोई अनुचित या अप्रिय बात न होने दे। जैसे—मैं तो उन्हीं के मुलाहजे में, तुम्हें छोड़े चलता हूँ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुलाहिजा :
|
पुं० =मुलाहजा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |