शब्द का अर्थ
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वेला :
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स्त्री० [सं०] १. मर्यादा। सीमा। २. समुद्र का तट। ३. तरंग। लहर। ४. किसी काम या बात का नियमित या निश्चित समय। जैसे—भोजन की वेला, मृत्यु की वेला,सन्ध्या की वेला आदि। ५. समय का एक विभाग जो दिन और रात का चौबीसवाँ भाग होता है। कुछ लोग दिनमान के आठवें भाग की भी वेला मानते हैं। ६. वाणी। ७. अवकाश। अवसर। ८. आसक्ति। राग। ९. भोजन। १॰. रोग। बीमारी। वि० [हिं० उरला] इस ओर या पार का। इधर का। उदाहरण—सुर नर मुनिजन ये सब वैले तीर।—कबीर। |
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समानार्थी शब्द-
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वेला-जल :
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पुं० [सं०] चंद्रमा के आकर्षण से ऊपर उठनेवाला समुद्र का ज्वार जल (टाइडल वाटर्स)। |
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वेला-ज्वर :
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पुं० [सं०] मृत्यु के समय होनेवाला ताप या ज्वर। |
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वेलाद्रि :
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पुं० [सं० स० त०] ऐसा पर्वत जो समुद्र के किनारे स्थित हो। |
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वेलाधिप :
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पुं० [सं०] फलित ज्योतिष में दिनमान के आठवें भाग या वेला के अधिपति देवता। |
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वेलार्ख :
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पुं० [?] वाण का फूल। (डि०)। उदाहरण—वेलार्थ अणी झूठि द्रिठि बंग्धै।—प्रिथीराज। |
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वेलावित्त :
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पुं० [सं० ब० स०] प्राचीन काल के एक प्रकार के कर्मचारी (राजतरंगिणी)। |
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