शब्द का अर्थ
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सरस्वती :
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स्त्री० [सं०] [वि० सारस्वत] १. भारतीय पुराणों में, विद्या और वाणी की अधिष्ठाती देवी जिनका वाहन हंस कहा गया है, और जिनके एक हाथ में पुस्तक दिखाई जाती है। वाग्देवी। भारती। शारदा। २. विद्या। इल्म। ३. पंजाब की एक प्राचीन नदी जिसका सूक्ष्म अंश अब भी कुरुक्षेत्र के पास वर्तमान है। ४. हठयोग में सुषुम्मना नाड़ी। ५. संगीत में कर्नाटकी पद्धति की एक रागिनी। ६. उत्तर भारतीय संगीत में एक प्रकार की संकर रागिनी। ७. सोम लता। ८. ब्राह्मी बूटी। ९. मालकंगनी। १॰. गौ। ११. एक प्रकार का छंद या वृत्त। |
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समानार्थी शब्द-
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सरस्वती-कंठाभरण :
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पुं० [सं०] १. ताल के साठ मुख्य भेदों में से एक। २. धार के परमार वंशी राजा भोज के द्वारा स्थापित की हुई एक प्रसिद्ध प्राचीन पाठशाला। |
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सरस्वती-पूजा :
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स्त्री० [सं०] १. सरस्वती की की जानेवाली पूजा। २. वसंत पंचमी जिस दिन सरस्वती की पूजा की जाती है। ३. उक्त अवसर पर होनेवाला उत्सव। |
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