शब्द का अर्थ
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सरहर :
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पुं०=सरपत।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सरहरा :
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वि० [सं० सरल+धड़] १. सीधा ऊपर को गया हुआ। जिसमें इधर-उधर शाखाएँ न निकली हों। (पेड़)। २. चिकना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सरहरी :
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स्त्री० [सं० शर] १. मूँज या सरपत की जाति का एक पौधा जिसकी छड़ पतली, चिकनी और बिना गाँठ की होती है। २. गंडनी या सर्पाक्षी नामकी वनस्पति। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |