शब्द का अर्थ
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सेविं—बैंक :
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पुं० [अ०] आधुनिक अर्थ व्यवस्था में वह संस्था जिसमें लोग अपनी बचत के रूप में जमा करते हैं और उस पर ब्याज भी प्राप्त करते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
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सेवि :
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पुं० [सं०] १. बदर—फल। बेर। २. सेव नामक फल। वि० १.=सेवी। २.=सेव्य। ३.=सेवित। |
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सेविका :
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स्त्री० [सं०] १. सेवा करने वाली स्त्री। दासी। परिचारिका। नौकरानी। २. सेवई नामक व्यंजन। |
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सेवित :
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भू० कृ० [सं०] १. जिसकी सेवा या टहल की गई हो। उपचरित। २. जिसकी आराधना, उपासना या पूजा की गई हो। ३. जिसकी सेवा अर्थात उपयोग या व्यवहार किया गया हो। ४. आश्रित। ५. उपभुक्त। पुं० १. बेर। २. सेव (फल) । |
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सेवितव्य :
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वि० [सं०]=सेव्य। |
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सेविता :
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स्त्री० [सं०] १. सेवक का कर्म। सेवा। दास—वृत्ति। २. आराधना। उपासना। ३. आश्रय। पुं० [सं० सेवितृ] सेवक। |
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