शब्द का अर्थ
|
सोगंद :
|
स्त्री०=सौगंध।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोग :
|
पुं० [स० शोक] १. किसी के मरने से होने वाला दुःख। शोक। मुहा०–सोग मनाना=उक्त दु |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोगन :
|
स्त्री० [हिं० सौगंध] सौगंध। कसम। (राज०) उदा०–थानें सोगन म्हारी।–मीराँ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोगवार :
|
वि० [हिं० सोग (शोक)+वार (प्रत्य०)] [भाव० सोगवारी] सोग अर्थात शोक से युक्त। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोगवारी :
|
स्त्री० [हिं० सोगवार] मृतक का शोक मनाने की अवस्था, क्रिया या भाव। जैसे–अभी तो उनका जवान लड़का मरा है। साल भर उसी की सोगवारी रहेगी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोगिनी :
|
वि० स्त्री० [हिं० सोग] विरह के कारण शोक करने वाली शोकाकुल। शोकमाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोगी :
|
वि० [सं० शोक, हिं० सोग] [स्त्री० सोगिनी] जो शोक मना रहा हो। शोक विह्वल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |