शब्द का अर्थ
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स्कंधावार :
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पुं० [सं०] १. प्राचीन भारत मे, किसी बड़े राजा की वह सारी छावनी या पड़ाव जिसमें घोड़े, हाथी, सेना, सामंत और छोटे या बाहर से आये हुए राजाओं के शिविर आदि होते थे। २. सेना का पड़ाव। छावनी। ३. सेना। ४. वह स्थान जहाँ यात्री, व्यापारी आदि डेरा डाले पड़े हों। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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