लोगों की राय

कविता संग्रह >> संभाल कर रखना

संभाल कर रखना

राजेन्द्र तिवारी

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :123
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9720

Like this Hindi book 4 पाठकों को प्रिय

258 पाठक हैं

मन को छूने वाली ग़ज़लों का संग्रह



60

बस अपनी सुनाना न सुनना किसी की


बस अपनी सुनाना न सुनना किसी की।
है फ़ितरत अजब आज के आदमी की।.

हर इक मोड़ पर चादँ-सूरज टँगे हैं,
ज़रुरत है फिर भी हमें रौशनी की।

ये कुर्सी नहीं इक बला हो गई है,
जो बैठा उसी ने मुसीबत खड़ी की।

बज़ाहिर तो उसको कोई ग़म नहीं था,
मगर ग़म नहीं था तो क्यों ख़ुदकुशी की।

हँसो हँसने वालों मगर ध्यान रखना,
अदा करनी पड़ती है क़ीमत हँसी की।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

लोगों की राय

Abhilash Trivedi

लाजवाब कविताएँ!