उपन्यास >> बनवासी बनवासीगुरुदत्त
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नई शैली और सर्वथा अछूता नया कथानक, रोमांच तथा रोमांस से भरपूर प्रेम-प्रसंग पर आधारित...
पंचायत के इस निर्णय को चीतू पसन्द नहीं करता था, परन्तु वह जानता था कि इसपर यदि उसने अपनी रजामन्दी प्रकट न की तो उसको चौधरी-पद से हटा दिया जाएगा। इस कारण वह चुप रहा। यह निर्णय कराने में धनिक का बहुत बड़ा हाथ था।
चीतू ने एक बात की। उसने कहा कि सरकार से झगड़ा करने से पूर्व हमें अन्य कबीले वालों को अपना साथी बना लेना चाहिए। इस कारण कुछ भी कार्यवाही करने से पूर्व हमें सब कबीले वालों की एक पंचायत बुलाकर उसमें निर्णय कर लेना चाहिए।
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